Events

Subharti University is a unique confluence of Indian culture – Vice Chancellor, Brigadier Dr. V.P.

Pinterest LinkedIn Tumblr

भारतीय संस्कृति का बेमिसाल संगम है सुभारती विश्वविद्यालय- कुलपति, ब्रिगेडियर डा.वी.पी.सिंह

स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय का 12वां स्थापना दिवस एवं शिक्षक दिवस हर्षोल्लास के साथ वर्चुअल रूप में मनाया गया। कुलपति ब्रिगेडियर डा.वी.पी.सिंह ने वीडियों संदेश के माध्यम से विद्यार्थियों से रूबरू होकर शिक्षक दिवस एवं सुभारती विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी। विश्वविद्यालय का ई-न्यूज लेटर ‘‘सुभारती नब्ज़‘‘ एवं ऑन लाइन शिक्षण हेतु ‘‘वेबिनार रूम‘‘ को किया लांच।

मेरठ। शिक्षक दिवस के अवसर पर सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति ब्रिगेडियर डा.वी.पी.सिंह ने वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज का दिन अध्यापकों का दिन है। अध्यापक समाज को नई दिशा देकर उन्हें सत्य के मार्ग पर ले जाते है साथ ही समाज का प्रतिनिधित्व भी करते है। उन्होंने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण इसलिये भी है क्योंकि आज ही के दिन शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता की भावना के साथ सुभारती विश्वविद्यालय का उदय हुआ और आज बारह वर्षों में सुभारती विश्वविद्यालय विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन करके शिक्षा के मंदिर के रूप में ज्ञान का प्रकाश फैलाने हेतु प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय की संस्थापिका संघमाता डा. मुक्ति भटनागर, संस्थापक डा.

अतुल कृष्ण बौद्ध एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.

शल्या राज को स्थापना दिवस पर विशेष शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संस्थापकों द्वारा रोपित ज्ञान का पौधा सुभारती विश्वविद्यालय के रूप में विशाल वृक्ष बनकर समाज को ज्ञान के प्रकाश से उज्ज्वलित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कारों को अपनाना जीवन में सफलता का सूत्र बनता है व जिस प्रकार सुभारती विश्वविद्यालय सेवाभाव व संस्कारों के साथ अपने छात्र छात्राआें का ज्ञान वर्धन कर रहा है वह गुरूकुल परम्परा का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि ज्ञान हर व्यक्ति का शिक्षक होता है जो विभिन्न परिस्थिति में अपने कर्तव्यों को निभाना और संस्कारों पर बने रहने की सीख देता है इसलिये संपूर्ण जीवन मानव को सीखते रहना चाहिए। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अनुशासन में रहकर अपने गुरूजनों का सम्मान करने के साथ भारत को सशक्त बनाने की अपील की।

इस अवसर पर उन्होंने वर्चुअल टीचिंग के लिये वेबिनार रूम का शुभारंभ किया जिसमें विश्वविद्यालय के सभी संकायों एवं विभागों द्वारा ऑन लाइन शिक्षण के कार्य को सुगमता के साथ किया जाएगा। सुभारती विश्वविद्यालय का वेबिनार रूम उत्तर प्रदेश एवं एनसीआर में पहला वेबिनार रूम है जिसमें हाई स्पीड इंटरनेट, कम्प्यूटर आदि की सुविधा के साथ शिक्षण कार्य को वर्चुअल रूप में सरलता के साथ किया जाएगा। उन्होंने विश्वविद्यालय का ई-न्यूज लेटर ‘‘सुभारती नब्ज़‘‘ को भी लांच किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण शिक्षा के आयाम भी बदल गये है जिसमें ऑन लाइन शिक्षण के माध्यम से शारीरिक दूरी बनाते हुए शिक्षण कार्य हो रहा है साथ ही नई शिक्षा नीति के द्वारा आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी देश को प्रगति के मार्ग पर ले जाकर सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे है और इसी संबंध में सुभारती विश्वविद्यालय वर्चुअल शिक्षा को प्रोत्साहन देकर ज्ञान का प्रचार प्रसार करने हेतु प्रतिबद्ध है।

ये हुए सम्मानित…………………

कार्यक्रम के अंत में सुभारती विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों एवं विभागों के शिक्षकों को कुलपति ब्रिगेडियर डा.

वी.पी.सिंह ने विभन्न क्षेत्र में उत्कर्ष योगदान देने पर सम्मानित किया। जिसमें सुभारती अस्पताल के माध्यम से कोरोना काल में सराहनीय कार्य करने पर कोरोना योद्धा का सम्मान सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति को मिला। विभिन्न अनुसंधान पत्र प्रकाशित करने पर इंजीनियरिंग कॉलिज के प्राचार्य डा. मनोज कपिल को सम्मानित किया गया। कॉपीराइट एवं पेटेंट के लिये डा. श्रद्धा उपाध्याय एवं एसोशिएट प्रो.दीप्ती शुक्ला को सम्मानित किया गया। विस्तृत कार्यकाल के लिये प्रो. डा. सुरभि गुप्ता को सम्मानित किया गया। पुस्तक प्रकाशन के क्षेत्र में होटल मैनेजमेंट के प्राचार्य डा. शिव मोहन वर्मा को सम्मानित किया गया।

Write A Comment

Pulse October 2022 Pulse August 2022 Bhoomika Vasishth coming to Subharti University Pulse March 2022 Cyber Crime