मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सुभारती मेडिकल कॉलिज द्वारा मांगल्या प्रेक्षागृह में एमबीबीएस 2020 बैच के विद्यार्थिंयों हेतु ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बौद्ध विद्वान भंते डा. राकेश आनन्द ने मंगलाचरण वंदना प्रस्तुत करके किया एवं फाईन आर्ट कॉलिज के विद्यार्थिंर्यों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
सुभारती विश्वविद्यालय की संस्थापिका डा.मुक्ति भटनागर ने ओरिएंटेशन प्रोग्राम में उपस्थित सभी नये छात्र छात्राओं का गर्मजोशी के साथ सुभारती परिवार का हिस्सा बनने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय संस्कारों का संगम है जहां भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों की झलक देखने को मिलती है जो एकता और समानता का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थीं को यहां के शिक्षकगण अभिभावक के रूप में उन्हें शिक्षा देते है एवं व्यक्तिगत रूप वह खुद एक माता के रूप में हर विद्यार्थी के साथ है। उन्होंने सभी छात्र छात्राओं को मंगलकामनाएं देते हुए मेहनत और लगन से पढ़ाई करके योग्य डाक्टर बनकर देश का नाम रोशन करने हेतु शुभकामनाएं दी।
सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति ब्रिगेडियर डा.वी.पी.सिंह ने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिये विश्वास एवं प्रयास का होना आवश्यक है और गतिमान व्यक्ति ही प्रगतिमान होता है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय भारत सहित विश्वभर में अपनी शौक्षिक गुणवत्ता के लिये प्रसिद्ध है व शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता विश्वविद्यालय की बुनियाद है। उन्होंने सभी छात्र छात्राआें को बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय का हर एक कॉलिज, विभाग एवं मार्ग भारत के विभिन्न महापुरूषों, क्रान्तिकारियों व समाज सुधारको के नाम पर स्थापित है जो हमें राष्ट्रहित में कार्य करने की प्रेरणा देते है। उन्होंने सभी छात्र छात्राओं का सुभारती परिवार में स्वागत करते हुए डाक्टर बनकर चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कर्ष कार्य करने हेतु अपनी शुभकामनाएं दी।
सुभारती मेडिकल कॉलिज के प्राचार्य डा.ए.के. श्रीवास्तव ने कहा कि अनुशासन के साथ संघर्ष करने से जीवन की तमाम बुलंदियां हासिल हो जाती है लेकिन असफलता से कभी भी घबराना नही चाहिए बल्कि अधिक परिश्रम करके अपने आप को साबित कर देना चाहिए कि असफलता ही सफलता प्राप्त करने का माध्यम बनती है। उन्होंने सुभारती मेडिकल कॉलिज सहित विश्वविद्यालय के बारे में विस्तार से जानकारी देकर सभी विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन किया।
सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने माता पिता एवं गुरूजनों का आदर करके उनके बताएं मार्ग पर चलना चाहिए ताकि जीवन में सफलता मिल सकें। उन्होंने कहा कि सुभारती मेडिकल कॉलिज एवं अस्पताल में आधुनिक चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध है जिसके लिये समस्त विद्यार्थियों को मेहनत के साथ अपनी पढ़ाई पूरी करनी होगी ताकि भविष्य में सभी अच्छे डाक्टर बन सकें।
सुभारती मेडिकल कॉलिज के एकेडिमक डीन व परीक्षा अध्यक्ष डा. सत्यम खरे ने पाठ्यक्रम एवं परीक्षा से सम्बन्धी जानकारी पीपीटी के माध्यम से विद्यार्थिंयों को अवगत कराया। उन्होंने फाउंडेशन कोर्स तथा परीक्षा के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कम्यूनिटी मेडिसन विभागाध्यक्ष डा. राहुल बंसल ने सुभारती विश्वविद्यालय में स्थापित संस्कृति विभाग एवं अन्य सेवा के कार्यो से सभी को अवगत कराया। उन्होंने विद्यार्थियों को डाक्टर बनकर देशहित में कार्य करने हेतु शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में नवागंतुक विद्यार्थियों के लिये वाईट कोट सेरेमनी आयोजित की गई। जिसमें मेडिकल कॉलिज के शिक्षकों ने एमबीबीएस के विद्यार्थियों को वाईट कोट पहनाया। इस दौरान विद्यार्थियों के चेहरें खिल उठे और सभी ने डाक्टर बनकर चिकित्सा सेवा करने का संकल्प लिया।
मंच का संचालन डा.शिल्पी जैन एवं डा. रूचि त्यागी ने किया। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम गायन के साथ हुआ।
इस अवसर पर एमटीवी सुभारती ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. हिरो हितो, सुभारती मेडिकल कॉलिज के प्राचार्य डा.ए.के. श्रीवास्तव, प्रतिकुलपति डा. विजय वधावन, कुलसचिव डीके सक्सैना, डेन्टल कॉलिज के प्राचार्य डा. निखिल श्रीवास्तव, सुभारती अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. जेपी सिंह, सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा.
कृष्णा मूर्ति, मेडिकल कॉलिज के उपप्राचार्य डा. बी.के. गुप्ता, डायरेक्टर जनरल डा.
डी.सी सक्सैना, डा.
अंजलि खरे आदि सहित सुभारती मेडिकल कॉलिज के सभी विभागों के अध्यक्ष एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।