अखंड भारत के सूत्रधार थे सरदार पटेल – मनोज वर्मा
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज एवं सुभारती संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वाधान में अखंडता के अग्रदूत लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि को सुभारती दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि टी सीरीज़ के गीतकार मनोज वर्मा ने अपनी धर्मपत्नी पूनम वर्मा, लॉ कॉलिज के डीन डा. वैभव गोयल भारतीय, संस्कृति विभागाध्यक्ष डा.
विवेक कुमार, पत्रकारिता विभाग के डीन डा. नीरज कर्ण सिंह, प्रो.
अशोक त्यागी, डा. मनोज त्रिपाठी के साथ मिलकर सरदार पटेल जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन व पुष्प अर्पण करके किया। इस दौरान संस्कृति विभाग के सचिव कुलदीप नारायण ने दीप वंदना प्रस्तुत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुभारती लॉ कॉलिज के डीन डा. वैभव गोयल भारतीय ने मुख्य अतिथि मनोज वर्मा को पौधा भेंट करके व अंगवस्त्र पहनाकर उनका स्वागत किया।
कुलदीप नारायण ने सरदार वल्लभ भाई पटेल का विस्तृत जीवन परिचय दिया।
मुख्य अतिथि मनोज वर्मा ने कहा कि यह गौरव की बात है कि सुभारती लॉ कॉलिज का नाम सरदार पटेल के नाम पर स्थापित है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के समस्त महापुरूष युवा पीढ़ी के आदर्श है और जिस प्रकार से सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण व संस्थापिका स्वर्गीय संघमाता डा.
मुक्ति भटनागर ने सुभारती परिसर में महापुरूषों के संस्कारों को सींचने का कार्य किया है यह पूरे देश के लिये प्रेरणादायी है। उन्होंने इस दौरान अपनी मधुर आवाज में देशभक्ति से परिपूर्ण गीत सुनाकर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।
प्रो. अशोक त्यागी ने बताया कि सरदार पटेल महान राजनीतिज्ञ, देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री व गृहमंत्री रहकर उन्होंने मॉ भारती की सच्ची सेवा की थी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार देशी विरासतों को उन्होंने एक सूत्र में पिरोकर भारत को अखंड बनाने में अपना योगदान दिया।
पत्रकारिता विभाग के डीन डा. नीरजकर्ण सिंह ने कहा कि किसान के घर में जन्म लेने वाले सरदार पटेल ने भारत को गुलामी से मुक्त कराने के लिये आजादी के आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी की। भारत को आजादी मिलने के रियासतों का विलय भारतीय संघ में कराकर उन्होंने अपने राष्ट्र प्रेम को साबित किया। उनका जीवन हम सबके लिये प्रेरणा का सोत्र बना रहेगा। उन्होंने एनएसएस के द्वारा राष्ट्रहित में किये जा रहे कार्यो का भी उल्लेख किया।
सुभारती लॉ कॉलिज के डीन डा. वैभव गोयल भारतीय ने कहा कि देश की अखंडता के लिये सरदार पटेल ने अपना पूरा सामर्थ लगा दिया। उन्होंने 550 से अधिक रियासतों को एकीकृत करके अखण्ड भारत में विलय कराने में अपनी भूमिका का पूरी तरह निर्वहन किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को संकल्प दिलाते हुए कहा कि लक्ष्य निर्धारित करके एकाग्रता के साथ देश हित में कार्य करने चाहिए।
संस्कृति विभागाध्यक्ष डा. विवेक कुमार ने कहा कि सरदार पटेल ने जटिल परिस्थितियों में जटिल समस्याओं का निदान करने में अपनी भूमिका बहुत शानदार तरीकें से निभाई। वे एक कुशल प्रशासक होने के साथ साथ एक महान राजनीतिक हस्ती भी थे। आज के युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिये क्योंकि महान लोगों का व्यक्तित्व और उनके द्वारा किये गये कार्य समाज की धरोहर होते हैं।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित डा. मनोज कुमार त्रिपाठी ने किया।
इस अवसर पर डा. रीना विश्नोई, डा. सारिका त्यागी, विकास त्यागी, आफरीन अलमास, शालिनी गोयल, एना सिसोदिया, अभिषेक मलिक, सतेन्द्र कुमार, अमित कुमार, आमिर खान आदि का योगदान रहा।
लेखक – अनम खान शेरवानी।