मेरठ। भारतीय संविधान निर्माता एवं महान समाज सुधारक बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं उन्मुक्त भारत के राष्ट्रीय संयोजक डा. अतुल कृष्ण बौद्ध ने देशवासियों के नाम विशेष संदेश जारी किया। उन्होंने बाबा साहेब डा.
भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज का दिन बाबा साहेब के बताएं रास्तों पर चलकर उनकी विचारधारा को विश्व में पल्लवित करने का संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि समाज में मानवता के प्रति फैल रही गैरबराबरी की प्रथा एवं निर्मल वर्ग के लोगो के साथ गलत व्यवहार तथा शोषण के विरूद्ध बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर ने लोगो को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करके उन्हें न्याय एवं समाज में सम्मानित स्थान दिलाया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने भारत के संविधान में ऐसी व्यवस्था की के हर वर्ग के लोगो को बराबरी के दर्जे के साथ उनको न्याय मिल सकें एवं भारत विश्व में अपने सर्वसुलभ संविधान से पहचाना जाएं।
उन्होंने कहा कि नाइन्साफी, शोषण एवं अशिक्षा के साथ अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता तभी प्राप्त हो सकती है जब हम भारत को सशक्त बनाने के उद्देश्य से संविधान के मार्ग पर चलेंगे। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुपालन से ही देश व समाज को समानता के पथ पर लाया जा सकता है और विश्व में शान्ति, उन्नति, करूणा, प्रेम एवं एकता लाने के लिये तथागत गौतम बुद्ध एवं बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर के विचारों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के पतन को रोकने हेतु तथा वंचितों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर बाबा साहब के सपनों के भारत का निमार्ण करना होगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने अपना संपूर्ण जीवन शोषित समाज के लिये संघर्ष करते हुए व्यतीत कर दिया और दबे कुचले वर्गों को नया जीवन दिया जो आज सम्मान के साथ जी रहें है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब को सच्चे मन से श्रद्धांजलि तभी होगी जब हमारे देश में जातिविहीन समाज का निर्माण होगा और इसके लिये सभी देशवासियों को एकता के साथ सशक्त राष्ट्र बनाने हेतु अपना योगदान देना होगा। उन्होंने बताया कि बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर के आदर्शों से प्रेरणा लेकर उन्मुक्त भारत एनजीओ द्वारा भारत में जातिविहीन समाज निर्माण के लिये अभियान चला रहा है जिसमें सेमिनार, जागरूकता शिविर एवं विभिन्न योजनाओं द्वारा समाज के उत्थान के कार्य किये जा रहे है ताकि हमारा देश विश्व गुरू बन सकें।